Kavita Jha

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करोड़ों की संपत्ति#लेखनी कहानी प्रतियोगिता -02-Dec-2021

करोड़ों की संपत्ति


करोड़ो की सम्पति के मालिक घोष बाबू ऑक्सीजन की कमी से दुनिया छोड़ गए। जिन्दगी भर पैसा कमाया, रिस्तों में दूरियाँ बढ़ती गई। प्राॅपर्टी के कारण भाई बहन से पहले ही दुश्मनी मोल ले ली थी। पत्नी भी दो साल पहले कैंसर की बिमारी से लड़ते हुए हार गई और अपने पीछे छोड़
गई अपना 13 साल का इकलौता बेटा। घोष बाबू ने अपने बेटे के भविष्य के कितने सपने देखे थे।

दोस्त जब कहते, " यार! तूँ दिन रात पैसे कमाने में  लगा रहता है अपने बेटे के लिए  भी समय निकाल लिया कर। "
तब घोष बाबू कहते, " उसी के लिए तो कमा रहा हूँ,  उसको पढ़ा लिखा कर बड़ा आदमी बनाऊँगा। इतनी मेहनत उसी के लिए तो करता हूँ, और यह सारी प्राॅपर्टी उसी के लिए तो है। "

घोष बाबू ने पैसे कमाने के नए नए तरीके खोजे, पढ़े लिखे और काफी समझदार थे वो। उन्होंने अपने शहर में  दुर्गा पूजा में बड़े पंडाल लगाने का आयोजन किया जहाँ झूले और फास्ट फूड के स्टाॅल कमाई का मुख्य जरिया बना। हर साल नए नए थीम से उनका पंडाल राज्य भर में  प्रथम स्थान पर आता। लाखों की तादाद में लोग वहाँ दुर्गा माँ के दर्शन करने आते और बच्चे बड़े सब झूलते खाते पीते।

सबका मनोरंजन करने वाले घोष बाबू अपने दोस्तों की जान थे, हँसमुख स्वभाव कभी बड़प्पन आया ही नहीं। राज्य के सबसे अमीर लोगों में गिनती थी उनकी और  आज साँसों की गिनती घटती गई, आॅक्सीजन लेवल तीस पर पहुँच गया।
हर चीज़ पैसे से खरीदी जा सकती है, दोस्तों ने आॅक्सीजन सिलेंडर भी खरीदा, पर फिर भी ना बच सकी उनकी जान।

देश के लिए कोरोना से मरने वालों में सिर्फ एक आँकड़ा बढ़ा। पर वो 15 साल के लड़के के लिए तो मौत अब भी सिर पर मंडरा रही है।करोना के कारण या करोड़ो की संपत्ति के कारण।

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कविता झा'काव्या कवि'

# लेखनी

#लेखनी प्रतियोगिता

 2..12.2021



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5 Comments

Seema Priyadarshini sahay

03-Dec-2021 01:38 AM

बहुत खूब सूरत कहानी है मैम

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Raghuveer Sharma

03-Dec-2021 12:05 AM

very nice

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Amir

03-Dec-2021 12:05 AM

Bahut khub

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